लखीमपुर नफरत भरे इस माहौल में इंसानियत आज भी जिंदा है इंसानियत की यह ताजा मिसाल लखीमपुर खीरी जिले से आई है !यहां एक मुस्लिम महिला ने रोजा तोड़कर एक हिंदू युवक को रक्त दान देकर उसकी जान बचाई ! . . . . ... !बताया जाता है कि शहर के मोहल्ला मिश्रान के रहने वाले विजय रस्तोगी की अचानक तबीयत खराब हो गई जिन्हें जिला अस्पताल लाया गया तो डॉक्टरों ने बताया कि इन्हें ब्लड की जरूरत है विजय को ओ पॉजिटिव ब्लड की जरूरत थी यह ब्लड ग्रुप ब्लड बैंक में भी मौजूद नहीं होने से समस्या उत्पन्न हो गई तभी उन्हें ब्लड बैंक में काम करने वाले सुशांत मिल गए सुशांत ने भगतसिंह से मिलवाया इनके संपर्क में इनायतनगर की अलीशा खान थी जिनका ब्लड ओ पॉजिटिव था इन लोगों ने अलीशा खान से संपर्क किया उसे पूरी बात बताई पहले अलीशा ने रोजे का हवाला दिया पर जब उन्हें पता चला कि विजय कुमार रस्तोगी की हालत गंभीर है तो एक दम राजी हो गई और इंसानियत की खातिर रोजा तोड़कर ब्लड दिया और विजय रस्तोगी को ब्लड चढ़ाया गया अब विजय रस्तोगी की हालत ठीक है इस नफरत भरे माहौल में अलीशा ने बता दिया कि यही है भारत जहां मजहब से ज्यादा इंसानियत की कदर की जाती है
<no title> लखीमपुर खीरी में मुस्लिम महिला ने रोजा तोड़कर एक हिंदू युवक को किया रक्तदान